Tuesday, May 24, 2022

मालवी निमाड़ी बचाने हस्ताक्षर अभियान जारी

 अकादमी की मांग को लेकर अभी भी चल रहा हस्ताक्षर अभियान ,,, मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौपने की हो रही है तैयारी ,,,,      


      इंदौर। मध्यप्रदेश में मालवी निमाड़ी साहित्य अकादमी बनाने की मांग को लेकर बीते चार सप्ताह से लगातार   हस्ताक्षर अभियान चल रहा है । एक सप्ताह के लिए शुरू किया गया हस्ताक्षर अभियान अभी भी जारी है।  अभी तक इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में हजारों लोग हस्ताक्षर कर सरकार से मांग कर चुके हैं कि जल्द से जल्द सरकार मालवा में अकादमी बनवाने का काम करे ,ताकि मालवा निमाड़ की विलुप्त हो रही मालवी निमाड़ी बोली और लोक संस्कृति को बचाया जा सके। अब संघर्ष समिति के प्रभारियों ने अपने- अपने क्षेत्र की हस्ताक्षरित  ज्ञापन प्रति समिति की अध्यक्ष भोली बेन को सौंपना शुरू कर दिया है।जल्द ही ये संयुक्त ज्ञापन मुख्यमंत्री और संस्कृति मंत्री को सौपा जाएगा।  



संघर्ष समिति के प्रभारी बबन पटेल,डॉ दिलीप जोशी,अभिषेक पंडित, निरुपमा नागर, निरुपमा त्रिवेदी, वाशुदेव पटेल तंवर, मुकेश मोरी,दिलीप जोशी,डॉ शशि निगम,डॉ शशिकला अवस्थी, कार्तिकेय त्रिपाठी, डॉ जगदीश पंचोली ,मंदसौर प्रभारी  दिलीप सेठिया, देवास से दम्पत्ती  हरीश राधाकृष्ण चौधरी और वंदना चौधरी  द्वारा अपने अपने क्षेत्र की हस्तारक्षित ज्ञापन प्रति भोली बेन को सौप   चुके है।  अपणो मालवो द्वारा वृहद स्तर पर चलाए गए  हस्ताक्षर अभियान में अभी तक हजारों लोग हस्ताक्षर कर अकादमी बनाने की मांग सरकार से कर चुके है। संघर्ष समिति सदस्यों द्वारा अभी भी विभिन्न शहरों में  प्रभारियों के साथ विभिन्न संस्थाओं के समर्थन से हस्ताक्षर अभियान को चलाया जा रहा है।  इन्दौर प्रभारी मुकेश शर्मा, महिमा शुक्ला , डॉ विजय पाठक , रंजना मुकेश शर्मा,  संजय परसाई सरल, यशपाल तंवर, अलक्षेन्द्र व्यास, शरद जोशी शलभ, राम सिंघल, अशोक पटेल, दीपक चाकरे, आरती जोशी, महिमा शुक्ला,जयेश बामनिया, महेश मावले, संजय शर्मा, , अभिमन्यु शर्मा, प्रदीप नाईक, मधुसूदन त्रिवेदी, दिलीप जोशी, संजय डागा, अर्चना कानूनगो, डॉ स्वाति तिवारी , साधना बलवटे, नीतेश जोशी, केके तिवारी भोपाल, अजय सोलंकी, आशा जाखड़, सुनीता श्रीवास्तव आदि  अपने अपने क्षेत्र में लोगो से हस्ताक्षर करवाए ।  







अकादमी स्थापना संघर्ष समिति की संचालक व अपणो मालवो की संस्थापक एवं मालवी-निमाड़ी शोध संस्थान की सचिव सुश्री हेमलता शर्मा" भोली बेन" ने बताया कि जब तक सरकार अकादमी नही बना देती हमारा संघर्ष जारी रहेगा।हम किसी भी हालत में मालवी निमाड़ी बोली और संस्कृति को विलुप्त नही होने देंगे।इसके लिए सभी सहयोगी संस्थाएं  श्री गौड़ ब्राह्मण समाज इंदौर, सर्व ब्राह्मण समाज आगर, परशुराम सेना आगर,  मालवी निमाड़ी साहित्य शोध संस्थान, इंदौर,अखिल भारतीय साहित्य परिषद धार, हल्ला गुल्ला साहित्य मंच रतलाम, महफ़िल साहित्यिक परिवार, धामनोद, नीला दरिया साहित्य मंच, रतलाम के साथ अब सरोकार साझा मंच ,राज ललित शोध संस्थान, भाव्याजंलि प्रतिबिंब प्रतिभाओं की कला भोपाल, प्रयास कला संगम एवं सर्वमंगलम प्रोडक्शन हाऊस, अदा रंग समूह,मालवा थिएटर, मानवता सेवा चेन ,अखिल भारतीय क्षत्रिय कलोता समाज,श्री गौड़ ब्राह्मण  महासभा पारमार्थिक ट्रस्ट ,श्री श्री साहित्य सभा इन्दोर, बज़्म और महफ़िल साहित्यिक परिवार,  धामनोद, अंतर्राष्ट्रीय हिंदी परिषद इंदौर, शुभ संकल्प संस्था इंदौर, वामा साहित्य मंच, इंदौर भी प्रयास कर रही है।

No comments:

Post a Comment

गाजबीज माता को बरत -मालवी लोक परम्परा

 गाजबीज माता को बरत -मालवी लोक परम्परा अपणो मालवो निमाड़ तीज तेवार की खान हे। यां की जगे केवात हे - बारा दन का बीस तेवार। केणे को मतलब हे कि...