Saturday, February 19, 2022

कां जई रयो मालवो

 शीर्षक- *कां जई रयो मालवो*



कां जई रयो अपणो मालवो,

कसे कूं ने किके समझावां ।

मालवी लोगोण का साते जाती जई री पुराणी बातां,

मालवी संस्कृति खोती जई री किने समझावां ।।


भूलता जय रया  मालवा की बातां

सगला फेसन में भराणा ।

बरसंगाठ कई होय नी मालम नवी पीढ़ी के,

हेप्पी बर्डे ने केक काटने में हुई रया दीवाना ।।


भूली ग्या सूबे परभात्या गीत कसे गावां,

नी आवे कोई के बन्ना-बन्नी कसे मांण्डनो बनावां ।

नाच नी आवे मटकी को कसे हाथ-पांव चलावां,

डीजे में डुब्या याद रयो डिस्को में कम्मर मटकावां ।। 


भूली ग्या मोटा को आदर ने नाना पे पिरेम भाव,

हऊ हे अब्बी तलवार म्यान में ज हे, खुसी मनावां ।

चेती जाव सगला कई नी बिगड्यो टेम हे अब्बी भी,

मालवा ने मालवी के पकड़ी ने राखो सगला,

आव सब मिली ने अपण सुभ काज करी जावां ।।

                   स्वरचित

        हेमलता शर्मा 'भोली बेन'

              इंदौर, मध्यप्रदेश

Monday, February 7, 2022

नर्मदा जयंती


Narmada Jayanti 2022: आज नरबदा जयंती मनई जय री हे।  असी मानता है के आज का ज दन धरती पे मां नरबदा को अवतरण हुवो थो। नरबदा नदी के रेवा का नाम से भी जाण्यो जाय हे। इनी पावन अवसर पे परोड़े उठी ने  नरबदा में स्नान करने का बाद  फूल, धूप, चावल, कंकू आदि से नरबदा मां का घाट पे पूजन करनी चिए। इका साते ज इनी पावन परब पे नरबदा नदी पे दीवा जलय ने दीपदान करनो सुभ मान्यो जाय हे।


 *नरबदा की जे-जे कार*


माघ मईनो तिथि सातम मंगलवार, 

हुवो अवतरण आज सुभ वार,

रेवा नाम से जाणी जावे,

माई नरबदा की जे-जे कार ।


माई नरबदा की जे-जे कार....



मोक्ष की आस माई का द्वार, 

पुण्य सलिला  तारणहार, 

आज मनावां नरबदा जयंती,

चुनर चढ़ावा ने पेनावां हार ।


माई नरबदा की जे-जे कार.....


रूप सुहाणो जलराशि अपार,

मेकलसुता की पावन धार ।

चिरकुंवारी संग्या माई पावे, 

करां आज न्हान होय उद्धार ।


माई नरबदा की जे-जे कार.....


       स्वरचित

  हेमलता शर्मा भोली बेन

     इंदौर, मध्यप्रदेश

गाजबीज माता को बरत -मालवी लोक परम्परा

 गाजबीज माता को बरत -मालवी लोक परम्परा अपणो मालवो निमाड़ तीज तेवार की खान हे। यां की जगे केवात हे - बारा दन का बीस तेवार। केणे को मतलब हे कि...